14 की उम्र में IPL डेब्यू: वैभव सूर्यवंशी की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं
क्रिकेट में अक्सर कहा जाता है कि उम्र सिर्फ एक नंबर होती है – लेकिन जब 14 साल का एक लड़का IPL जैसे बड़े मंच पर उतरकर पहली ही गेंद पर छक्का मार दे, तो नंबर नहीं, पूरी दुनिया ध्यान देने लगती है। हम बात कर रहे हैं वैभव सूर्यवंशी की – एक ऐसे नाम की, जो अब हर क्रिकेट फैन की जुबान पर है।
एक छोटे गांव से क्रिकेट के बड़े मंच तक
वैभव बिहार के ताजपुर गांव से आते हैं। वहीं का एक साधारण सा लड़का, जो बाकी बच्चों की तरह बल्ला उठाकर मैदान में दौड़ता था – लेकिन उसके इरादे कुछ अलग थे। कहा जाता है कि उसने महज चार साल की उम्र में बल्ला पकड़ लिया था, और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसके पिता, संजीव सूर्यवंशी – जो पेशे से किसान हैं – ने बेटे के क्रिकेट के सपने के लिए अपने खेत तक बेच दिए।
कितनी बार सुना है हमने कि "सपने पूरे करने के लिए कुछ छोड़ना पड़ता है" – संजीव जी ने ये करके दिखाया।
IPL डेब्यू जिसने सबका ध्यान खींचा
19 अप्रैल 2025 – ये तारीख शायद वैभव कभी नहीं भूलेगा। राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए, उसने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपना डेब्यू किया। और क्या डेब्यू था! पहली ही गेंद पर छक्का, फिर 20 गेंदों में 34 रन – और सबसे खास बात, यशस्वी जायसवाल के साथ 85 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप।
राजस्थान भले ही वो मैच दो रन से हार गया, लेकिन जीत तो वैभव की थी – वो भी दिलों की।
इतिहास रचने वाले आंकड़े
वैभव IPL इतिहास का सबसे युवा खिलाड़ी बन गया – सिर्फ 14 साल और 23 दिन की उम्र में। लेकिन ये उसका पहला रिकॉर्ड नहीं है। 13 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ शतक, बिहार के घरेलू मैच में नाबाद 332 रन, और लिस्ट-ए डेब्यू महज 13 साल 269 दिन की उम्र में – ये बच्चा नहीं, क्रिकेट का तूफान है।
कभी-कभी सपने सच होते हैं
वैभव की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं है – ये सपनों, मेहनत, त्याग और जुनून की कहानी है। एक ऐसा लड़का, जिसने अपने गांव की गलियों से निकलकर IPL के मैदान तक का सफर तय किया। और सबसे अच्छी बात? ये तो बस शुरुआत है।
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