नवरात्रि, हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा की पूजा का महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पावन पर्व नवरात्रि 2024 में आज से अर्थात् चैत्र नवरात्रि के रूप में धूमधाम से आरंभ हो रहा है। यह नौ दिनों तक चलता है और इसके दौरान भगवानी दुर्गा की पूजा की जाती है। इस लेख में, हम चैत्र नवरात्रि की घटस्थापना, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और नियमों के बारे में जानेंगे।
**घटस्थापना शुभ मुहूर्त:**
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत में घटस्थापना का महत्वपूर्ण होता है। घटस्थापना का मुहूर्त विवाहित और अविवाहित दोनों ही लोगों के लिए होता है। इस वर्ष, चैत्र नवरात्रि की घटस्थापना का शुभ मुहूर्त दिनांक 2 अप्रैल 2024 को है। इस समय उच्च भवन, तालाब, नदी, और समुद्र के किनारे घट का स्थापना किया जा सकता है।
**पूजा विधि:**
नवरात्रि के दौरान, भगवानी दुर्गा की पूजा विशेष रूप से की जाती है। घट को सजाकर, उसमें जल और सुपारी डालकर, कटोरा, नारियल, और सिन्दूर का उपयोग करके पूजा की जाती है। पूजा के दौरान मंत्रों का जाप किया जाता है और फल, मिठाई, और प्रसाद की विधियों से भगवानी का भोग चढ़ाया जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में प्रत्येक दिन एक रूप भगवानी के ध्यान में ध्यान किया जाता है। यह रूप नौवें दिन को समाप्त होता है और कन्या पूजा के रूप में माना जाता है।
**नियम:**
नवरात्रि के दौरान व्रत रखना भक्ति और शक्ति को बढ़ावा देता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिन्हें नवरात्रि के दौरान अपनाया जाता है:
1. **नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान नमक, अनाज, मांस, और अल्कोहल का सेवन नहीं किया जाता है।**
2. **नवरात्रि के दौरान एक बार नींबू, दही, और खाजू का सेवन करना चाहिए।**
3. **प्रत्येक दिन भगवानी की पूजा और ध्यान किया जाना चाहिए।**
4. **भक्तों को ध्यान और ध्यान के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए।**
5. **कन्या पूजा के दौरान नौ या अधिक कन्याओं का आमंत्रण किया जाता है और उन्हें पूजा किया जाता है।**
इस प्रकार, चैत्र नवरात्रि का आगाज़ हो चुका है। यह समय भगवानी दुर्गा के आशीर्वाद को प्राप्त करने और अपनी आत्मा को पवित्र करने का अवसर है। आइए, इस पवित्र अवसर को अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ स्वागत करें और माँ दुर्गा की कृपा को पाएं।
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