The history of Ram Janmabhoomi isabkuchh राम जन्मभूमि के इतिहास सब कुछ
राम जन्मभूमि एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल है जो भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या नगर में स्थित है। यह स्थान हिन्दू धर्म के एक महत्वपूर्ण एपीसेंटर के रूप में माना जाता है और भगवान राम के जन्म के स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इस स्थल पर विवाद भी हुआ है, जिसमें हिन्दू और मुस्लिम समुदायों के बीच विवादित मुद्दे शामिल हैं।
राम जन्मभूमि के इतिहास:
राम जन्मभूमि का स्थान 'रामायण' के काव्य महाकाव्य में भगवान राम के जन्मस्थल के रूप में उभरता है। अयोध्या को भगवान राम के पिता राजा दशरथ का राज्य सिरे से सिरे देने वाले स्वर्गीय ब्रह्मा राजा मनु के पुत्र मनु के पुत्र मनु के पुत्र मनु के पुत्र मनु के पुत्र इक्ष्वाकु जनपद की राजधानी कहा जाता है। भगवान राम का जन्म यहीं हुआ था, जब देवी योगमाया ने भगवान विष्णु के द्वारा धरती पर अवतार लेने की घड़ी आने पर उनका जन्म लिया।
अयोध्या में मंदिर निर्माण:
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण हुआ था, जिसे प्राचीनकाल से ही लोग पूजते आए हैं। इस मंदिर को भगवान राम के बाल्यकाल की स्थानीय लोगों ने स्थापित किया था।
अयोध्या में विवाद:
बाबरी मस्जिद नामक मस्जिद का निर्माण 1528 में मुग़ल सम्राट बाबर ने कराया था, जिसके लिए उस स्थान पर मौद्धिक भ्रमांड के अनुसार मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। इसके बाद, भगवान राम के जन्मस्थल पर विवाद उत्पन्न हो गया और यह विवाद लंबे समय तक चलता रहा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले:
2020 में सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले का निर्णय सुनाया, जिसमें यह फैसला किया गया कि भगवान राम के मंदिर के लिए एक नया मंदिर बनाने के लिए इस स्थान पर भूमि प्रदान की जाएगी, जबकि बाबरी मस्जिद के लिए अलग स्थान पर भूमि प्रदान की जाएगी।
समाप्ति:
राम जन्मभूमि एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है जो भारतीय समाज में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पश्चात्, एक नया मंदिर इस स्थान पर बनाया जा रहा है जो भगवान राम के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनेगा।
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